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कम्प्युटर जनरेशन के बारे मे जानिए ,

इस आर्टिक्ल मे आपको मे तीसरी कम्प्युटर जनरेशन के बारे मे बताऊंगा ।





पहली जेनेरेशन के बारे मे जानना है तो आप नीचे दिये गए लिंक पर क्लिक कर के पढ़ सकते है ।






दूसरी जेनेरेशन के बारे मे जानना है तो आप नीचे दिये गए लिंक पर क्लिक कर के पढ़ सकते है ।





चलिये अभी इस आर्टिक्ल मे बात करेंगे , तीसरी जेनेरेशन के बारे मे ,


तीसरी जेनेरेशन :-


इस जेनेरेशन का दौर था , १९६५ ( 1965 ) से लेकर  १९७१ ( 1971 )
इस जेनेरेशन के कम्प्युटर्स IC CHIP ( आईसी चिप ) पर काम करते थे ।
IC CHIP यानि की  Integrated Circuits ( इंटीग्रेटेड सर्किट )  , जिसमे रेपोसीटोर्स, डिओड्स, ट्रंजिस्टर्स जेसे इलैक्ट्रिकल उपकरण  काफी ज्यादा मात्रा मे होते है ।





IC CHIP को 1958 से 1959 मे 2 वेज्ञानिको  robert noyce ओर jack kilby ने इजात की थी ।

इस जेनेरेशन के कम्प्युटर्स मे हाइ लेवेल लैड्ग्वेज ( HIGH-LEVEL LANGUAGE ) का  सपोर्ट था ।

BASIC , PASCAL  जेसी भाषाओ का इजात इसी जेनेरेशन के दौर मे हुआ था ।






माउस ओर कीबोर्ड को इनपुट डिवाइस के तौर पर इस्तेमाल किया गया था ,
इस जेनेरेशन के कम्प्युटर्स मे ।










  • तीसरी जेनेरेशन के कम्प्युटर्स के कुछ नाम  :-

  1. PDP   11
  2. IBM   360
  3. IBM   370
  4. ICL   2900
  5. HONEYWELL   6000 
  6. TDC   316




  • लाभ :-

  1. छोटी साइज़ , पहली ओर दूसरी जेनेरेशन के कम्प्युटर्स के मुक़ाबले ।
  2. बिजली का खर्च भी कम होता था , इस तीसरी जेनेरेशन के कम्प्युटर्स का , पहली ओर दूसरी जेनेरेशन के कम्प्युटर्स के मुक़ाबले ।
  3. हाइ लेवल भाषा का सपोर्ट मिलना भी एक लाभ ही है ।
  4. इस जेनेरेशन के कम्प्युटर्स पहली ओर दूसरी जेनेरेशन के कम्प्युटर्स के मुक़ाबले ज्यादा फास्ट थे ।
  5. पहली जेनेरेशन के कम्प्युटर्स मिलिसेकंड्स मे रिज़ल्ट दिखाते थे , तो  दूसरी जेनेरेशन के कम्प्युटर्स मिक्रोसेकंड्स मे रिजल्ट्स दिखाते थे , तो इस तीसरी जेनेरेशन के कम्प्युटर्स ननोसेकंड्स मे रिजल्ट्स को दिखा देते थे , जो की एक बहुत ही अच्छी बात है ।
  6. मेमरी की स्टोरेज कपासीटी ज्यादा थी , पहली ओर दूसरी जेनेरेशन के कम्प्युटर्स के मुक़ाबले ।
  7. माउस ओर कीबोर्ड का इस्तेमाल हुआ ।

  • गेर-लाभ :-
  1. IC CHIP को ज्यादा सभालना पड़ता था , जो की एक परेशानी है ।
  2. इस तीसरी जेनेरेशन के कम्प्युटर्स को भी ठंडा रखने के लिए कूलिंग सिस्टम की जरूर पड़ती थी ।


आगे कम्प्युटर की चोथी जनरेशन  के बारे मे अगले कुछ दिनो मे ,



इस आर्टिक्ल को इंग्लिश या गुजराती मे पढ़ने क लिए हमारे Contact Us के पेज पर जाइए ।






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