कम्प्युटर जनरेशन के बारे मे जानिए ,
इस आर्टिक्ल मे आपको मे तीसरी कम्प्युटर जनरेशन के बारे मे बताऊंगा ।
IC CHIP को 1958 से 1959 मे 2 वेज्ञानिको robert noyce ओर jack kilby ने इजात की थी ।
इस जेनेरेशन के कम्प्युटर्स मे हाइ लेवेल लैड्ग्वेज ( HIGH-LEVEL LANGUAGE ) का सपोर्ट था ।
BASIC , PASCAL जेसी भाषाओ का इजात इसी जेनेरेशन के दौर मे हुआ था ।
इस आर्टिक्ल मे आपको मे तीसरी कम्प्युटर जनरेशन के बारे मे बताऊंगा ।
पहली जेनेरेशन के बारे मे जानना है तो आप नीचे दिये गए लिंक पर क्लिक कर के पढ़ सकते है ।
दूसरी जेनेरेशन के बारे मे जानना है तो आप नीचे दिये गए लिंक पर क्लिक कर के पढ़ सकते है ।
चलिये अभी इस आर्टिक्ल मे बात करेंगे , तीसरी जेनेरेशन के बारे मे ,
तीसरी जेनेरेशन :-
इस जेनेरेशन का दौर था , १९६५ ( 1965 ) से लेकर १९७१ ( 1971 ) ।
इस जेनेरेशन के कम्प्युटर्स IC CHIP ( आईसी चिप ) पर काम करते थे ।
IC CHIP यानि की Integrated Circuits ( इंटीग्रेटेड सर्किट ) , जिसमे रेपोसीटोर्स, डिओड्स, ट्रंजिस्टर्स जेसे इलैक्ट्रिकल उपकरण काफी ज्यादा मात्रा मे होते है ।
IC CHIP को 1958 से 1959 मे 2 वेज्ञानिको robert noyce ओर jack kilby ने इजात की थी ।
इस जेनेरेशन के कम्प्युटर्स मे हाइ लेवेल लैड्ग्वेज ( HIGH-LEVEL LANGUAGE ) का सपोर्ट था ।
BASIC , PASCAL जेसी भाषाओ का इजात इसी जेनेरेशन के दौर मे हुआ था ।
माउस ओर कीबोर्ड को इनपुट डिवाइस के तौर पर इस्तेमाल किया गया था ,
इस जेनेरेशन के कम्प्युटर्स मे ।
- तीसरी जेनेरेशन के कम्प्युटर्स के कुछ नाम :-
- PDP 11
- IBM 360
- IBM 370
- ICL 2900
- HONEYWELL 6000
- TDC 316
- लाभ :-
- छोटी साइज़ , पहली ओर दूसरी जेनेरेशन के कम्प्युटर्स के मुक़ाबले ।
- बिजली का खर्च भी कम होता था , इस तीसरी जेनेरेशन के कम्प्युटर्स का , पहली ओर दूसरी जेनेरेशन के कम्प्युटर्स के मुक़ाबले ।
- हाइ लेवल भाषा का सपोर्ट मिलना भी एक लाभ ही है ।
- इस जेनेरेशन के कम्प्युटर्स पहली ओर दूसरी जेनेरेशन के कम्प्युटर्स के मुक़ाबले ज्यादा फास्ट थे ।
- पहली जेनेरेशन के कम्प्युटर्स मिलिसेकंड्स मे रिज़ल्ट दिखाते थे , तो दूसरी जेनेरेशन के कम्प्युटर्स मिक्रोसेकंड्स मे रिजल्ट्स दिखाते थे , तो इस तीसरी जेनेरेशन के कम्प्युटर्स ननोसेकंड्स मे रिजल्ट्स को दिखा देते थे , जो की एक बहुत ही अच्छी बात है ।
- मेमरी की स्टोरेज कपासीटी ज्यादा थी , पहली ओर दूसरी जेनेरेशन के कम्प्युटर्स के मुक़ाबले ।
- माउस ओर कीबोर्ड का इस्तेमाल हुआ ।
- गेर-लाभ :-
- IC CHIP को ज्यादा सभालना पड़ता था , जो की एक परेशानी है ।
- इस तीसरी जेनेरेशन के कम्प्युटर्स को भी ठंडा रखने के लिए कूलिंग सिस्टम की जरूर पड़ती थी ।
आगे कम्प्युटर की चोथी जनरेशन के बारे मे अगले कुछ दिनो मे ,
इस आर्टिक्ल को इंग्लिश या गुजराती मे पढ़ने क लिए हमारे Contact Us के पेज पर जाइए ।
इस आर्टिक्ल को इंग्लिश या गुजराती मे पढ़ने क लिए हमारे Contact Us के पेज पर जाइए ।
Have Mastery Remove Mystery
No comments:
Post a Comment
प्लीज अपनी राय दीजिये
गलत भाषा का बिलकुल प्रयोग न कीजिये ।